बोनोउ यूरोप से खेलते तो काफी पहले होते स्टार
मोरक्को के बोनोउ छह में से चार मैच में क्लीन शीट रखने में कामयाब
भास्कर न्यूज | दोहा
मोरक्को सेमीफाइनल में भले ही हार गई हो, लेकिन उनके गोलकीपर यासिन बोनोउ ने वर्ल्ड फुटबॉल में अपने लिए अलग जगह बना ली है। फुटबॉल एक्सपर्ट्स के अनुसार, मोरक्को सेमीफाइनल तक का सफर अपने डिफेंस की वजह से तय कर पाई। बोनोउ इस प्रदर्शन की अहम कड़ी थे। बोनोउ ने वर्ल्ड कप में विरोधी खिलाड़ियों के सारे शॉट चेहरे पर एक मुस्कान के साथ रोके हैं। उनके पूर्व कोच बताते हैं, ‘बोनोउ का कीपिंग के वक्त मुस्कुराना बहुत सामान्य है। इसका मतलब स्थिति उनके नियंत्रण में हैं।’ बोनोउ का जन्म कनाडा में हुआ था। जब वे 3 साल के थे, तब उनका परिवार मोरक्को में बस गया था। मोरक्को के स्टार गोलकीपर अपनी निजी जिंदगी और फील्ड पर भी सुलझे हुए व्यक्तित्व के इंसान हैं। उन्होंने 2011 में प्रोफेशनल
डेब्यू किया। बोनोउ स्पेन के बड़े क्लब सेविला एफसी के लिए खेलते हैं। 2021-22 सीजन में उन्होंने 78% शॉट बचाए थे। साथ ही, 2021 में बोनोठ सबसे ज्यादा क्लीन शीट रखने वाले गोलकीपर थे। उन्होंने 59 मैच में 32 क्लीन शीट रखी थी। वर्ल्ड कप में वे 6 में से 4 मैच में क्लीन शीट रखने में कामयाब रहे हैं। बोनोउ के कोच बताते हैं, ‘अगर वो इंग्लैंड, बेल्जियम या किसी अन्य यूरोपीय देश के कीपर होते तो अभी तक स्टार खिलाड़ी बन गए होते।’ हालांकि, अपने वर्ल्ड कप प्रदर्शन के चलते वो अब एक स्टार खिलाड़ी बन चुके हैं।